Our Objects Goal

विज्ञानमेव जयते” का शाब्दिक अर्थ है “विज्ञान की ही विजय होती है” और यह एक ऐसा नारा है जो वैज्ञानिक सोच और प्रगति को बढ़ावा देता है। यह भारत के राष्ट्रीय आदर्श वाक्य “सत्यमेव जयते” का वैज्ञानिक संस्करण है। विज्ञानमेव जयते एक वैज्ञानिक मासिक पत्रिका और बाल/युवा वैज्ञानिक पत्रकार, विज्ञानवीरों का संगठन है। इसकी स्थापना 20 फरवरी 2015 को डाॅ बासुदेव कुमार शर्मा प्रधान संपादक एवं खोजी वैज्ञानिक के आग्रह पर, भारत के समाचार पत्रों के पंजीयक, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार नई दिल्ली ने भारतीय राष्ट्रीय वैज्ञानिक मासिक पत्रिका के रूप में स्थापित कर भारतीय नागरिकों के लिए समर्पित किया, अब यह विश्व भर में प्रगतिपथ पर अग्रसर है। भारतीय युवाओं/ युवतियों में वैज्ञानिक जागरूकता फैलाने और अंधविश्वासों को खत्म करने के लिए कार्य करता है। इस संगठन के अन्तर्गत 18-25 वर्ष तक के सरकारी एवं गैर सरकारी विद्यालय/महाविद्यालय में अध्ययनरत छात्र छात्राओं को प्रतियोगिता परीक्षा के माध्यम से चयनित कर प्रेस क्लब एवं साईस क्लब की स्थापना कर वैज्ञानिक गतिविधियों एवं वैज्ञानिक ढंग से रोजगार सृजन कर सम्पन्न बनाने की प्रयास करती है । राज्य/प्रमंडल/जिला/अनुमंडल/प्रखंड/पंचायत स्तर पर प्रेसक्लब बोर्ड एवं साईस प्रेस क्लब बोर्ड गठित कर वैज्ञानिक धम्म का प्रचार प्रसार कर, वैज्ञानिक समाचार पत्र/पत्रिका का प्रकाशन कर स्वरोजगार की व्यवस्था सुनिश्चित करती है। इस परियोजनाओं में विज्ञानमेव जयते द्वारा स्थापित प्रेसक्लब बोर्ड की मुख्य भूमिका होती है, सभी स्तर के प्रेसक्लब बोर्ड के अध्यक्ष एवं सचिव मुख्य अधिकारी होते हैं, प्रेसक्लब बोर्ड स्वतंत्र रूप से कार्य करते है, प्रेसक्लब के उपलब्धियों के मुल्यांकन के आधार पर सरकारी परियोजना में शामिल किया जाता है। मुख्य रूप से विज्ञानमेव जयते एवं इसके द्वारा स्थापित प्रेसक्लब पत्रिका प्रकाशन, वैज्ञानिक डॉक्यूमेंट्री लघु एवं मध्यम, दीर्घ फिल्मों का निर्माण कार्य कर वैज्ञानिक जागरूकता उत्पन्न करती है। उत्कृष्ट कार्य करने वाले अध्यक्ष, सचिव, आजीवन सक्रिय सदस्यों को तीन वर्ष बाद स्थायी सेवा प्रदान कर उन्हें भारत सरकार के द्वारा निर्धारित योग्यतानुसार एवं नियमानुसार मानदेय/ मासिक वेतन, सेवानिवृत्त होने पर निर्धारित पेंशन प्रदान किए जाते है। प्रतियोगिता परीक्षा में चयनित छात्र छात्राओ को एक वर्ष/ दो वर्ष/ तीन वर्ष/ तक के लिए विज्ञानवृति प्रदान किए जाते है। विज्ञानमेव जयते के अधीन निबंधित प्रेसक्लब बोर्ड के अध्यक्ष और सचिव, अन्य पदाधिकारी भारत सरकार के अधीन स्थायी पदस्थापन या सरकारी नौकरी की दावा नहीं कर सकते है। विज्ञानमेव जयते, वैज्ञानिक प्रेसक्लब बोर्ड एवं साईस क्लब बोर्ड की एक सरकारी संगठन है, विज्ञानमेव जयते की सभी चल-अचल संपत्ति भारत सरकार की है इसका कोइ मालिक नहीं है, विज्ञानमेव जयते भारत सरकार की राष्ट्रीय सम्पत्ति है।

मुख्य बिंदु

अर्थ: इसका अर्थ है कि सत्य की तरह, विज्ञान की भी हमेशा जीत होती है।
प्रेरणा: यह वाक्यांश भारत के राष्ट्रीय आदर्श वाक्य “सत्यमेव जयते” से प्रेरित है, जिसका अर्थ है “सत्य की ही विजय होती है”।
उद्देश्य: इसका उद्देश्य समाज में वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करना, अंधविश्वास और धर्मान्धता को समाप्त करना और वैज्ञानिक जागरूकता फैलाना है।
संगठन: यह एक मासिक पत्रिका और संगठन का नाम है जो वैज्ञानिक गतिविधियों और पत्रकारिता को बढ़ावा देता है।
यह क्यों महत्वपूर्ण है?
यह युवाओं को वैज्ञानिक शिक्षा और ज्ञान प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित करता है।
यह समाज को तर्क और वैज्ञानिक सोच अपनाने के लिए प्रेरित करता है, जिससे प्रगति और विकास हो सके।
यह भारत के वैज्ञानिक भविष्य के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

पत्रिका की सदस्यता ग्रहण एवं स्थायी सेवा प्राप्त करने कि प्रक्रिया
———–

1. भारतीय संविधान एवं विज्ञानमेव जयते के नियमावली एवं शर्तो को स्वीकार करते हुए नागरिकता प्रमाण पत्र प्रस्तुत कर सदस्यता फार्म भरकर, निर्धारित सदस्यता शुल्क ऑनलाइन या ऑफलाइन जमा कर, कोई भी योग्य भारतीय/ विदेशी नागरिक वार्षिक सदस्य या आजीवन सदस्यता ग्रहण कर सकते है।

2. विज्ञानमेव जयते में रोजगार या स्थायी सेवा प्राप्त कर सेवा देने हेतु कोई भी भारतीय या विदेशी नागरिक, जिसका उम्र 18-25 वर्ष तक की हो या उच्च स्तरीय शिक्षा प्राप्त कर रहें हों सक्रिय ब्यूरो सदस्य या सक्रिय आजीवन सदस्य बन कर रोजगार या स्थायी पदस्थापन शर्तानुसार प्राप्त कर सकते है, ऐसे व्यक्तियों या विद्यार्थियों, युवा/युवतियों को अन्तरराष्ट्रीय वेबसाइट पर पदस्थापित होने का मौका भी दिया जायगा। तीन वर्ष तक सक्रिय रूप से कार्य करने के आधार पर इन्हें अनुभव प्रमाण पत्र प्रदान किए जायगें तथा इनहें वैज्ञानिक पत्रकारिता का अनुभव प्रमाण पत्र प्रदान किए जायेंगें । अब ये पत्रकार कहलायेंगें ।

3. आजीवन सक्रिय सदस्यों को उनके योग्यतानुसार प्रशिक्षणोंपरान्त उनके आवासीय प्रमाण पत्र के आधार पर प्रेस क्लब या साईस प्रेस क्लब स्थापित कर पत्रिका संचार एवं प्रकाशन करने या अन्य डिजिटल समाचार प्रसारण करने की अनुमति प्रदान कर किसी राष्टीयकृत बैंकों में बचत खाता खोलकर स्वतंत्र रूप से रोजगार उत्पन्न कर वैज्ञानिक ढंग से सम्पन्नता हासिल कर सकते है। इस प्रेसक्लब बोर्ड के उपलब्धियों के मुल्यांकन के आधार पर पारिश्रमिक, पारितोषिक, मानदेय या स्थायी पदस्थापनोपरान्त भारत सरकार के नियमानुसार वेतन एवं पेंशन तथा प्रथम, द्वितीय, तृतीय या चतुर्थ स्तर के सुविधाएं प्रदान की जायगी, उत्कृष्ट कार्य निरंतर करने वाले अध्यक्ष, सचिव, ब्यूरो या अन्य किसी भी पदों पर कार्यरत व्यक्तियों को पुरस्कार एवं पांच हजार रुपए से लेकर एक लाख रुपए तक की अनुग्रह राशि प्रदान किए जायेंगे, दहेज लेकर या देकर विवाह नहीं करने वाले ब्यूरों सदस्यों को एक लाख रुपए एक मुस्त राशि प्रदान किए जायेंगें, आजीवन ब्रह्मचर्य या अविवाहित रहने की शपथ लेने वाले ब्यूरों सदस्यों कों उनके जीवन यापन एवं उनके सुखमय जीवन के लिए विज्ञानमेव जयते प्रथम श्रेणी की सुविधाएँ एवं दस लाख रुपए तक की राशि उनके बचत खाते में जमा कर उन्हें भारतीय विशिष्ट नागरिक घोषित किए जायेंगें, ऐसे लोगों को राष्ट्रपति पुरस्कार के लिए भी नामित किया जायगा।

4. राज्य / प्रमंडल / जिला / अनुमंडल / प्रखंड / पंचायत स्तर पर स्थापित प्रेसक्लब या साईस क्लब के नेतृत्व में पुस्तकालय भवन, प्रेसक्लब प्रशासनिक भवन, महिला सशक्तिकरण विभाग भवन अन्य आवश्यकतानुसार भवनों का निर्माण कर वैज्ञानिक कार्यक्रम कार्यान्वित किये जायेंगे।

5. विज्ञानमेव जयते द्वारा स्थापित एवं संचालित प्रेसक्लब बोर्ड एवं साईस क्लब के माध्यम से वैज्ञानिक भारत बनाने हेतु सरकारी एवं गैर सरकारी विद्यालयों/ महाविद्यालयों में अध्ययनरत 14-25 वर्ष तक के अध्ययनरत छात्र छात्राओ को बालवीर, विज्ञानवीर, युवा वैज्ञानिक पत्रकार , बाल / युवा वैज्ञानिकों का चयन प्रतियोगिता परीक्षा आयोजित कर करना तथा चयनित छात्र छात्राओं को शर्तानुसार मासिक विज्ञानवृति, छात्रवृति, शोधवृति, एक वर्ष/ दो वर्ष/ तीन वर्षो तक प्रदान किए जायेंगे, अति मेधावी छात्र छात्राओं कों विज्ञानमेव जयते वैज्ञानिक कार्य हेतु एक लाख रुपए से लेकर दस लाख रुपए तक की वार्षिक पैकेज दिए जायेंगे। भारत एवं विश्व में पांच लाख छात्र एवं छात्राओं विज्ञानवीर शृंखला बनाकर भारत को मजबूत वैज्ञानिक भारत बनाने का लक्ष्य वैश्विक स्तर पर रखा गया हैं, वैज्ञानिक विज्ञानवीरों की संख्या सीमित नहीं है।

6. विज्ञानमेव जयते द्वारा स्थापित सभी स्तर के प्रेसक्लबों के संविधान के नियमानुसार सदस्यता शुल्क जमा कर कोई भी योग्य भारतीय नागरिक सदस्य बन सकता है, सदस्यता शुल्क की बीस फीसदी राशि पर विज्ञानमेव जयते का अधिकार होगा, प्रेसक्लब बोर्ड को सिर्फ आजीवन सदस्यता एवं प्रेसक्लब बोर्ड के द्वारा प्रकाशित पत्रिका की आजीवन सदस्यता शुल्क लेने का अधिकार होगा, प्रेस पहचान पत्र या आजीवन सदस्यता प्रमाण पत्र जारि करने की अधिकार नहीं होगी, अन्य प्रकार के प्रमाण पत्र जारि करने के लिए विज्ञानमेव जयते के अधिकृत व्यक्ति/ पदाधिकारी की अनुमति लेना आवश्यक है, बिना अनुमति के कार्य करने पर आजीवन सदस्यता या प्रेसक्लब की मान्यता समाप्त कर भारत सरकार एवं राज्य सरकार के प्रशासन को सूचना कर दी जायगी, जिला प्रेसक्लब के अध्यक्ष अपने जिला के जिलाधिकारी एवं जिला सूचना जनसंपर्क विभाग के पदाधिकारी को पत्र लिखकर सरकारी कार्य में सक्रिय रूप से सहयोग करते रहेंगे। अग्रिम योजना बनाकर एवं अग्रिम मासिक प्रगति प्रतिवेदन समर्पित करते रहेंगे ताकि विज्ञानमेव जयते प्रेसक्लब बोर्ड के मूलभूत आवश्यकताएं भारत सरकार के नियमानुसार पूर्ण कर सके, वैज्ञानिक पत्रकारिता विश्व का उत्कृष्ट एवं उच्च स्तरीय व्यवसाय है, यह व्यवसाय संवैधानिक अधिकार है ,इसके अन्तर्गत विज्ञापन, सदस्यता शुल्क, सरकारी एवं गैर सरकारी आर्थिक अनुदान एवं चल अचल अनुदान लेने की अधिकार है, अनुभवी चार्टर्ड अकाउंटेंट्स द्वारा वार्षिक अंकेक्षण आवश्यक है।

7. विज्ञानमेव जयते, भारत गणराज्य का राष्ट्रीय हिन्दी अंग्रेजी वैज्ञानिक मासिक पत्रिका, भारत सरकार के नियमावली में जो संवैधानिक अधिकार एवं नियम उल्लेख नहीं है, भारतीय संविधान के अनुरूप संचालित किये जायेंगे। विज्ञानमेव जयते, धर्मनिरपेक्ष विश्व स्तरीय वैज्ञानिक महासंगठन है। विज्ञानमेव जयते वैज्ञानिक धम्म का प्रचार प्रसार करता है, धर्मान्धता उन्मूलन कार्यक्रम एवं योजना संचालित एवं वैज्ञानिक जागरूकता कार्यक्रम/ वैज्ञानिक पत्रिका/ पुस्तक प्रकाशन, वैज्ञानिक चलचित्र, वैज्ञानिक डॉक्यूमेंट्री फिल्म निर्माण, वैज्ञानिक फिल्म सितारों का चयन कर वैज्ञानिक मनोरंजन कार्यक्रम, प्रकृति के नियमानुसार आयोजित करता है। वह सभी सुव्यवस्थित कार्य करता है जिसमें वैज्ञानिक कारण का प्रमाण साबित होता हो, जैव- विविधता, प्राकृतिक संसाधनों का अनुसंधान, खोजकर भारत सरकार को समर्पित कर,वैज्ञानिक जन जीवन के लिए सहज बनाता है। इसलिए ये “विज्ञानमेव जयते” है।

8. सदस्यता शुल्क का विवरण
(क) पत्रिका की वार्षिक शुल्क- ₹720/ सात सौ बीस रुपए, अधिक वर्ष के लिए गुणक में देय। पाठक बीमा शुल्क ₹220/ दो सौ बीस रूपए वार्षिक अलग से देय, एक लाख रुपए तक की शारीरिक दुर्घटना बीमा लागू । 14-17 वर्ष तक के छात्र- छात्राओं के लिए वार्षिक सदस्यता शुल्क ₹360/- तीन सौ साठ रूपए। प्रतियोगिता परीक्षा शुल्क- ₹60/- साठ रुपए, 18-21 वर्ष तक के अध्ययनरत छात्र छात्राओ के लिए ₹100/- सौ रूपये, 21-25 वर्ष तक के अध्ययनरत छात्र छात्राओ के लिए ₹360/- रूपये मात्र लागू, इनहें एक लाख रुपए तक की वार्षिक बीमा प्रदान की जायगी।
(ख) पत्रिका की आजीवन सदस्यता शुल्क- ₹11,000/- ग्यारह हजार रुपए मात्र, जो वापस नहीं होगा, आजीवन साधारण भारतीय डाक से पत्रिका मिलेंगे, डिजिटल ईमेल पर प्राप्त होते रहेंगे। आजीवन सदस्य का समाचार एवं विचार निशुल्क प्रकाशित एवं प्रसारित किए जायेंगे, पांच लाख रुपए तक वार्षिक बीमा लागू। चयनित 18-25 वर्ष तक के अध्ययनरत छात्र छात्राओं को पत्रकार बनने का अवसर प्रदान किए जायेंगे।
(ग) आजीवन सक्रिय सदस्य ब्यूरो- ₹26,100/- छब्बीस हजार एक सौ रुपए ( तीन वर्ष बाद स्थायी सेवा, सेवानिवृत्ति के समय आजीवन सदस्यता शुल्क मानक के अनुसार वापस, अनुपस्थित होने पर सदस्यता शुल्क वापसी नहीं ) इन्हे त्रैमासिक पत्रकारिता प्रशिक्षण प्रमाण पत्र प्रदान किए जायेंगे, ऑनलाइन पत्रकारिता प्रशिक्षण पाठ्यक्रम अध्ययन कराया जायगा, परीक्षोपरान्त, प्रशिक्षणोंपरान्त विज्ञानमेव जयते में कर्तव्य के आधार पर ₹5,000/- 15,000/- पांच हजार रुपए से पन्द्रह हजार रुपए तक मासिक मानदेय शर्तानुसार देय होगा। अग्रिम कर्तव्य की सप्ताहिक प्रगति प्रतिवेदन समर्पित करना अनिवार्य है, नो वर्कर्स नो पेमेंट्स का नियम लागू। कर्तव्य के आधार पर पारिश्रमिक प्राप्त कर सकते है।
(घ) विशिष्ट सक्रिय आजीवन सदस्यता शुल्क- ₹1,26,000/- एक लाख छब्बीस हजार रूपए मात्र, तीन महीनें तक पत्रकारिता प्रशिक्षण पाठ्यक्रम अध्ययन कार्य, उपरान्त ग्रेड परीक्षोपरान्त चयन , प्रशिक्षणोंपरान्त, कर्तव्य योगदान तिथि से मासिक वेतन ₹10,000/- 25,000/ तक देय ,शर्तानुसार स्थायी पदस्थापन, भारत सरकार के नियमानुसार दैनिक भत्ता/ वेतन देय होगा। सेवानिवृत्त उपरान्त सदस्यता शुल्क मानक में एक मुस्त राशि वापस, कार्य नहीं करने की स्थिती में तीन वर्ष बाद बिना मानक के सदस्यता शुल्क वापस करने की नियम लागू, सदस्य की मृत्यु होने पर नामित उत्तराधिकारी( जाचोपरान्त ) को राशि वापस की जायगी ।
(ङ) भारत सरकार द्वारा निर्धारित बीमा शुल्क लागू।
(च) विज्ञानमेव जयते द्वारा निर्धारित वर्तमान समयानुसार सभी स्तर की सदस्यता शुल्क में वार्षिक संशोधन एवं लागू।
(छ) वेबसाइट वार्षिक शुल्क- ₹35,00/- तीन हजार रुपए मात्र ( महिलाओं के लिए ₹25,00/- पच्चीस सौ रुपए मात्र, चयनित विज्ञानवीरों के लिए ₹1000/- वार्षिक एक हजार रुपए मात्र देय होगा।
(ज) विज्ञानमेव जयते में कार्यरत सभी स्तर के सदस्यों, पदस्थापित पदाधिकारियों की स्वच्छ आचरण की पुष्टी, विज्ञानमेव जयते नहीं करता है, यह सभी कार्य पुलिस प्रशासन एवं न्यायालय के अधीन है।
(झ) विज्ञानमेव जयते का खोज, खोजी वैज्ञानिक डाॅ बासुदेव कुमार शर्मा ,बखरी, कल्याणपुर, पूर्वी चम्पारण बिहार निवासी ने 2011 में खोज कर, भारत गणराज्य के तत्कालीन राष्ट्रपति श्रीमती देवी प्रतिभा सिंह पाटिल जी को परियोजना समर्पित किये, लगातार प्रयास के बाद 20 फरवरी 2015 को भारत सरकार ने पंजीकरण कर ,भारतीय नागरिकों को समर्पित किया। अब भारत और विश्व में प्रत्येक वर्ष 20 फरवरी से 28 फरवरी तक “राष्ट्रीय विज्ञान सप्ताह दिवस/सप्ताह “भी मनाया जाने लगा है। मां भारती एक से बढ़कर एक वैज्ञानिक वीरपुत्र उत्पन्न किये है, जो भारत को वैज्ञानिक भारत निर्माण करने में अपना सर्वस्व न्योछावर करते रहता है, भारत के वैज्ञानिक वीरपुत्रों में से आधुनिक भारत के वीरपुत्र डाॅ बासुदेव कुमार शर्मा हैं, जिन्हें भारतीय इतिहास लिखता और पढता रहेगा। जय विज्ञान, जय भारत।
————————–
वैज्ञानिक श्लोक

वैज्ञानिक धम्म अपनाईयें ।
वैज्ञानिक भारत बनाइए। ।

” वैज्ञानिक बुनियाद पर भारत का भविष्य लिखते हैं हम ”

वैज्ञानिक ढंग से सोंचे।
वैज्ञानिक ढंग से करें। ।

विज्ञानमेव जयते
प्रधान संपादक/प्रकाशक/मुद्रक, भारत सरकार


भारत में पत्रकारों का वेतन

@@@@@

क्या आप सोच रहे हैं कि पत्रकारिता में करियर बनाने से आपको कितनी सैलरी मिल सकती है? यह लेख आपको भारत में पत्रकारों के वार्षिक और मासिक वेतन के बारे में जानकारी देगा। इसमें संगठन, विशेषज्ञता, पद आदि के अनुसार भारत में पत्रकारों के वेतन की जानकारी भी शामिल है। विज्ञानमेव जयते, वैज्ञानिक पत्रकारिता विश्व स्तर पर शुरुआत की है, ऐसे तो वैज्ञानिक पत्रकारिता का इतिहास प्राचीन है। भारत में वैज्ञानिक पत्रकारों की मानव शक्ति श्रृखला की स्थापना की जा रही है। भारत गणराज्य के सभी राज्यों के जिला से लेकर पंचायत स्तर तक वैज्ञानिक प्रेसक्लब बोर्ड की स्थापना करने की अंतिम लक्ष्य है , प्रत्येक प्रेसक्लब बोर्ड में छात्र छात्राओं की बराबर- बराबर भागिदारी होगी, जातीय एवं धर्मानुगत आरक्षण नहीं होगी, शिक्षित एवं योग्य लोगों को हीं शामिल किया जायगा ।

भारत में पत्रकारों का वेतन 2025:

पिछले कुछ वर्षों में मास मीडिया और पत्रकारिता के क्षेत्र में रोज़गार के अवसर तेज़ी से बढ़े हैं। इसका श्रेय मीडिया के डिजिटल परिवर्तन और इंटरनेट की बढ़ती खपत को दिया जा सकता है। पत्रकारिता पहले मुख्य रूप से प्रिंट, फ़िल्म और टीवी मीडिया तक ही सीमित थी । अब, इसने डिजिटल मीडिया में भी अपनी जगह बना ली है। नए डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म ने पत्रकारिता के क्षेत्र में नए मीडिया चैनल और ब्रांड नामों को जन्म दिया है। बड़े नाम (प्रिंट मीडिया हाउस, इलेक्ट्रॉनिक्स मीडिया चैनल, समाचार पत्र, पत्रिका ब्रांड ) जो हमेशा से मौजूद रहे हैं, अब डिजिटल क्षेत्र में भी प्रवेश कर रहे हैं और उनकी वेबसाइटें, कई सोशल मीडिया हैंडल और कुल मिलाकर एक मज़बूत ऑनलाइन उपस्थिति विश्व पटल पर पदस्थापित की है, सोशल साइट्स तो अब डिजिटल धमाल मचा दिया है, फेसबुक, यूट्यूब, ह्वाइटस्एप, इन्स्टाग्राम, गूगल पे, फोन पे, राष्ट्रीयकृत बैंकों का एप, भारतीय डाक बैंक का तो ग्रामीण प्रक्षेत्र तक पहुँच हो गया है, अब लोग भारतीय पोष्ट बैंक की ओर अग्रसर है, खासकर विद्यार्थियों के लिए भारतीय डाक बैंक बैंकिंग के क्षेत्र में आसान है।
————-‐————
A. विज्ञानमेव जयते का प्रस्तावित राष्ट्रीय वार्षिक वित्त बजट- 108 करोङ से अधिक।

B. भारत गणराज्य में कार्यरत पत्रकारों की संख्या- पांच हजार से अधिक
C. भारत गणराज्य में चयनित छात्र छात्राओ की संख्या- पच्चीस हजार से अधिक.

D. नये आवेदक छात्र छात्राओ की संख्या- एक लाख से अधिक.
****

भारतीय पत्रकारों का वेतन कितना है?

अनुभव के आधार पर पत्रकार का वेतन , विशेषज्ञता के आधार पर पत्रकारों का वेतन , पद के आधार पर पत्रकार का वेतन, योग्यता के आधार पर पत्रकार का वेतन, प्रेसक्लब , मीडिया संगठन के आधार पर पत्रकारों का वेतन

भारतीय पत्रकारों का वेतन कितना है?
एक पत्रकार का वेतन कई कारकों पर निर्भर करता है। इन कारकों में उनकी शिक्षा, इंटर्नशिप के दौरान उनका अनुभव, पूर्व नौकरियाँ आदि शामिल हैं। अगर कोई भी छात्र- छात्रा भारत के किसी शीर्ष जनसंचार कॉलेज से पत्रकारिता की पढ़ाई पूरी की है , तो उसे शुरुआत से ही अच्छा पैकेज मिलने की संभावना ज़्यादा होती है। वैसे छात्र- छात्राओ जो , वे जहाँ इंटर्नशिप करते हैं या प्रेसक्लब में कार्य कर रहें हैं और आगे काम करते हैं, वह भी उनके कार्य प्रोफ़ाइल में मूल्य जोड़ता है और उन्हें पत्रकारिता अनुभव प्रमाण पत्र प्रदान कर वेतन प्रदान करता है, इन तथ्यों को ध्यान में रखते हुए, कि एक पत्रकार का शुरुआती औसत वेतन ₹20,000 से ₹25,000 के बीच हो सकता है ।

यह कहा जा सकता है कि पत्रकारों का शुरुआती वेतन सालाना लगभग 3 लाख से 5 लाख रुपये तक हो सकता है । पत्रकारों का वेतन अनुभव और कौशल के साथ बढ़ता रहता है। भारत के कुछ सबसे प्रसिद्ध पत्रकार, जैसे अर्नब गोस्वामी, रवीश कुमार , रजत शर्मा, अंजना ओम कश्यप, और सुधीर चौधरी , घर, ड्राइवर वाली कार, चिकित्सा लाभ और प्रतिपूर्ति जैसी कई अन्य सुविधाओं के अलावा करोड़ों रुपये कमाते हैं।
पत्रकारों के वेतन में अनुभव सबसे ज़्यादा मायने रखता है। भले ही आवेदक के पास सभी ज़रूरी योग्यताएँ हों, लेकिन बिना अनुभव के, उनका वेतन दूसरों की तुलना में कम हो सकता है। भारत में पत्रकारों का औसत वेतन
————-‐———–

अनुभव (वर्ष) औसत वार्षिक वेतन (INR) प्रति माह औसत वेतन (INR)
0 – 2 वर्ष 2-2.5 लाख रुपये
19-19.5 हजार रुपये

2 – 5 वर्ष 3-3.20 लाख रुपये 26-27 हजार रुपये

5 – 10 वर्ष 4.50-4.70 लाख रुपये 38-39 हजार रुपये

10 – 15 वर्ष 5-5.60 लाख रुपये 46-47 हजार रुपये

15 – 20 वर्ष 5.80-5.90 लाख रुपये 48-49 हजार रुपये

20+ वर्ष 6.30-6.40 लाख रुपये 50-55 हजार रुपये
“””””””””””””””””””””””””””””””””””
विशेषज्ञता के आधार पर पत्रकारों का वेतन , विभिन्न प्रकार के पत्रकारों का औसत वेतन नीचे दी गई तालिका में दिया गया है।

विशेषज्ञता

औसत वार्षिक वेतन (INR)

खोजी पत्रका – 5-6 लाख रुपये

ब्रॉडकास्ट पत्रकार – 5-6 लाख रुपये

प्रिंट पत्रकार – 4-5 लाख रुपये

अपराध पत्रकार – 6-7 लाख रुपये

खेल पत्रकार – 6-7 लाख रुपये

लाइफस्टाइल पत्रकार – 6-7 लाख रुपये

फोटो पत्रकार – 4-5 लाख रुपये

राजनीतिक पत्रकार – 6-7 लाख रुपये

पद के आधार पर पत्रकार का वेतन ,पत्रकारों को उनके पद के आधार पर वेतन नीचे दी गई तालिका में दिया गया है।

पदनाम. औसत वार्षिक वेतन (INR)

मुख्य संपादक – 15-17 लाख रुपये

प्रबंध निदेशक – 8-9 लाख रुपये

असाइनमेंट संपादक – 4-5 लाख रुपये

समाचार संपादक – 6-7 लाख रुपये

दृश्य उत्पादन विशेषज्ञ – 6-7 लाख रुपये

उप संपादक – 4-5 लाख रुपये
————————–
विज्ञानमेव जयते द्वारा स्थापित प्रेसक्लबों की भूमिका और अधिकार
—–
1. राज्य स्तरीय वैज्ञानिक प्रेसक्लब बोर्ड के अध्यक्ष/सचिव/राज्य समाचार संपादक के माध्यम से राज्य के सभी प्रमंडलों, जिलों का प्रेक्षण कर कम से कम एक वर्ष से अधिक समय से अवैतनिक योग्य विज्ञानमेव जयते के आजीवन सदस्यों को जिला स्तरीय प्रेसक्लब बोर्ड गठित कर अध्यक्ष/ सचिव के पद पर पदस्थापित करना तथा उन्हें योग्य पत्रकार बनने हेतू एक वर्ष तक प्रशिक्षित करना ।

2. [ जिला/ अनुमंडल/प्रखंड स्तर पर तीन प्रकार के प्रेस क्लब होंगे, महिला, पुरुष, साईस प्रेस क्लब , सभी के अलग अलग अध्यक्ष / सचिव होंगे, जिनका उम्र 18-21 वर्ष तक होंगें ] ।

3. प्रशिक्षणोंपरान्त जिला स्तर पर जिलाध्यक्ष, जिला प्रधान सचिव के नेतृत्व में पत्रिका प्रकाशन करने एवं उन्हें शिक्षित व्यक्तियों तक पाठक सदस्य बनाकर पत्रिका का संचार , प्रखंड स्तरीय प्रेसक्लब बोर्ड के अध्यक्ष, सचिव के माध्यम से करना तथा उन्हें शर्तानुसार मासिक मानदेय प्रदान करना । प्रत्येक माह में न्युनतम एक हजार अधिकतम पच्चीस हजार पत्रिका का प्रकाशन एवं संचार करने का अधिकार जिला प्रेस क्लब को प्रदत है, जिला प्रेसक्लब को सप्ताहिक प्रगति प्रतिवेदन एवं अग्रिम मासिक कार्यक्रम प्रतिवेदन समर्पित करना अनिवार्य है, तीन माह तक मासिक अग्रिम कर्तव्य प्रतिवेदन समर्पित नहीं करने पर बोर्ड के अध्यक्ष/ सचिव की मान्यता समाप्त कर दी जायगी , किसी अन्य योग्य आजीवन सक्रिय सदस्य को अध्यक्ष / सचिव नियुक्त किया जायगा ।

4. जिला प्रेसक्लब बोर्ड के अध्यक्ष के नेतृत्व में प्रखंड स्तरीय प्रेसक्लब बोर्ड की स्थापना करना एवं वैसे आजीवन सदस्य को प्रखंड अध्यक्ष/ सचिव नियुक्त करना जो उस पद के योग्य हों ।

5. जिला प्रेसक्लब बोर्ड के अध्यक्ष को कम से कम तीन वर्षो तक विधिवत कार्य करने उपरान्त उन्हें विज्ञानमेव जयते भारत सरकार का स्थायी सदस्य माना जायगा तथा उनहें उनके उपलब्धियों की मुल्यांकन करने उपरान्त शर्तानुसार, स्थायी पदस्थापन कर वेतन एवं भत्ता अन्य आवश्यकतानुसार सुव्यवस्थित सुविधायें प्रदान किए जायेंगे।

6. भारत सरकार / राज्य सरकार के नियमानुसार, पत्रकारिता नियमावली के अनुसार सेवानिवृत्त उपरान्त पेंशन आजीवन प्रदान किये जायेंगे।

7. जिला/अनुमंडल, प्रखंड, पंचायत प्रेस क्लब की अपनी स्वतंत्र नियमावली होगी जो विज्ञानमेव जयते से सम्बद्धता प्राप्त होगा। सभी स्तर के प्रेसक्लब बोर्ड विज्ञानमेव जयते के अधीन निबंधित होंगे, सभी स्तर की प्रेसक्लब बोर्ड की बचत बैंक खाता किसी राष्टीयकृत बैंको में अध्यक्ष, सचिव के संयुक्त हस्ताक्षर सें , बैंक को आवश्यक प्रमाण पत्र प्रस्तुत कर खोलें जायेंगे एवं उसे संचालित किया जायगा । विज्ञानवीर चयन प्रतियोगिता परीक्षा का आयोजन प्रेसक्लब बोर्ड के माध्यम से वर्ष में छह बार आयोजित किये, जायेंगें, चयनित छात्र छात्राओ को बालवीर, विज्ञानवीर, वैज्ञानिक पत्रकार बनने का मौका मिलेगा, यह रोज़गार सृजनात्मक कार्यक्रम है।

8. अध्यक्ष, सचिव, एवं अन्य नवसृजित पदों पर कार्यरत प्राधिकृत अधिकारियों, ब्यूरों का तबादला भारत के किसी भी सुदूर क्षेत्र में सेवा देने हेतु किया जा सकता है। विज्ञानमेव जयते राष्ट्रीय संसदीय बोर्ड के राष्ट्राध्यक्ष मंडल का निर्णय अंतिम निर्णय होगा और सर्वमान्य होगा।

9. विज्ञानमेव जयते के अधीन निबंधित प्रेसक्लब बोर्ड के अध्यक्ष, सचिव, प्राधिकृत व्यक्ति, पदाधिकारी, भारतीय संविधान के अनुरूप न्यायपालिका का सम्मान करते हुए विधायिका, कार्यपालिका, पत्रकारिता के अघिकारियों का संवैधानिक अधिकारों एवं कर्तव्यों का सम्मान करेंगे ।
10. विज्ञानमेव जयते भारत गणराज्य का राष्ट्रीय हिन्दी अंग्रेजी वैज्ञानिक मासिक पत्रिका भारत गणराज्य को वैज्ञानिक भारत बनाने हेतु वचनबद्ध है ।

आदेशानुसार
राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं प्रधान संपादक
विज्ञानमेव जयते- भारत सरकार.